
रायपुर। छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेश की 2,200 महिलाएं राजधानी में एकत्र हुई हैं। गायत्री परिवार के नारी सशक्तिकरण चेतना शिविर में शामिल होने ये महिलाएं जैनम मानस भवन पहुंचीं। इस शिविर में महिलाओं को धर्म-संस्कृति के प्रति जागृत करने के साथ ही उन्हें उनके दायित्वों व अधिकारों के विषय में भी बताया जाएगा। पहले दिन महिलाओं ने समाज में फैली हुई विभिन्न प्रकार की कुरीतियों के खिलाफ संदेश दिए। नशा मुक्ति, नारी जागरण, स्वास्थ्य और स्वच्छता, दहेज प्रथा से संबंधित झांकियों के साथ सुआ नृत्य, हल्बा नृत्य, नारी जागरण सप्त सूत्री आंदोलन सहित कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम और झांकियां पेश की गईं।’नारी एक रूप अनेक’ नाटक के माध्यम से नारी के महत्व को बताया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने-सुनने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे थे। शिविर के द्वितीय व तृतीय दिवस में भी महिलाओं का पंजीयन जारी रहेगा। पांच हजार महिलाओं के इसमें शामिल होने की उम्मीद गायत्री परिवार ने जताई है।मिलेंगे समय प्रबंधन के टिप्स गायत्री परिवार के मुताबिक, वर्तमान में अधिकतर महिलाएं मूल रूप से वे पढ़ाई-लिखाई एवं नौकरी तक ही सीमित हो गई हैं। शिविर के माध्यम से उन्हें अपने व्यवसाय के साथ किस प्रकार से समय का नियोजन करके अपनी पारिवारिक एवं सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया जाए, इसके टिप्स दिए जाएंगे। संयुक्त परिवार का महत्व भी उन्हें समझाया जाएगा। आने वाली पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए नारी की भूमिका अत्यंत ही महत्वपूर्ण रहती है।29 को दीपयज्ञ के साथ समापन मंगलवार से प्रारंभ हुआ यह शिविर 29 दिसंबर तक चलेगा। दीप महायज्ञ के साथ इसका समापन होगा। बुधवार को शांतिकुंज हरिद्वार से नारी जागरण की प्रभारी शेफाली पंड्या भी शामिल होंगे। अंतिम दिन देव संस्कृति विवि के कुलपति डॉ.चिन्मय पंड्या और गायत्री परिवार की प्रमुख शैलबाला विशेष संदेश देंगे तथा दीप महायज्ञ का हिस्सा बनेंगे। शिविर में आने वाली सभी महिलाएं इस दीप यज्ञ में शामिल होंगी।