फसलों की खरीद के बारे में बात करते हुए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि 18 अप्रैल तक प्रदेश में 42 लाख मैट्रिक टन से ज्यादा गेहूं की खरीद हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछले साल कुल 41 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी लेकिन इस साल यह आंकड़ा 70 लाख मैट्रिक टन से ज्यादा जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को 1900 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। इसके अलावा सरसों के लिए भी 4900 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की ओर से अगले दो-तीन दिन बारिश की संभावना जताई गई है जो चिंता का विषय है हालांकि हमारी तरफ से आदेश दे दे दिए गए हैं कि मंडियों में गेहूं को भीगने से बचाने के लिए पर्याप्त प्रबंध कर लिए जाएं। लेकिन किसी भी मंडी में ऐसे प्रबंध नहीं है कि 100 फ़ीसदी गेहूं को बचाया जा सके. हरियाणा ही नहीं बल्कि देश भर में ऐसी कोई मंडी नहीं है. क्योंकि इस सीजन में मंडी में गेहूं की बोरियों से खचाखच भरी रहती है। लेकिन फिर भी हमारी ओर से पूरे प्रबंध किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर प्रतिदिन आवक की बात करें तो एक दिन 5 लाख मेट्रिक टन गेंहू भी मंडियों में आया था। जबकि कल 3 लाख टन गेहूं मंडियों में पहुंचा।
आपको बता दें कि अभी तक 42.08 लाख मेट्रिक टन गेहूं मंडियों में पहुंच चुका है जिसमें से सरकार ने 38.75 लाख में 2 टन गेहूं की खरीद कर ली है जबकि 0.91 लाख मैट्रिक टन गेहूं प्राइवेट सेक्टर में खरीदा गया है। जबकि अभी तक 12.63 लाख मिट्टी टन गेहूं का उठान हो चुका है।