राज्य में बढ़ रहे हैं अवैध खनन के मामले, गूगल मैप के जरिए रूकेगा खनन

रायपुर जिले में पिछले दो साल में खनिज विभाग रेत के अवैध खनन एवं परिवहन के सैकड़ों मामलों में कार्रवाई कर चुका है, लेकिन इसके बावजूद जिले में अवैध रेत का कारोबार थम नहीं पा रहा। इसके लिए कहीं ना कहीं विभाग की कमजोरी एवं लापरवाही जिम्मेदार है। एक ओर जहां विभाग का रेत माफिया पर नियंत्रण नहीं है, वहीं दूसरी ओर जिले में रेत घाटों को और बढ़ाए जाने की तैयारी भी की जा रही है। पुराने सभी रेत 7 घाट का अनुबंध खत्म हो चुका है। विभाग अब इन घाटों के अलावा करीब 9 अन्य घाटों को भी ठेके पर देने की तैयारियों में जुटा हुआ है।इसके लिए गूगल मैप के जरिए नई जगहों को लगभग चिन्हांकित भी कर लिया गया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नए घाट के लिए जगह चिन्हांकित की जा रही हैं, लेकिन इस प्रक्रिया में थोड़ा समय लग सकता है, क्योंकि जिस जगह को चिन्हांकित किया जा रहा, उस इलाके की पूरी जांच भी की जाएगी कि घाट को ठेका पर दिया जा सकता है या नहीं। पहले चरण में पुराने घाट का टेंडर विभागीय अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2019 में 8 रेत घाटों को ठेके पर दिया गया था, लेकिन इनमें एक रेत घाट में सालभर पानी भरा होने के कारण सिर्फ 7 घाट ही संचालित थे।इन सभी घाटों का ठेका एवं पर्यावरण अनुबंध लगभग खत्म हो चुका है, जिसके बाद विभाग में इन घाटों के साथ करीब 9 अन्य घाटों को भी ठेके पर देने की प्रक्रिया चल रही है। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में पुराने घाटों को ठेके पर देने के लिए ऑफलाइन टेंडर किया जाएगा। इसके बाद चिन्हांकित किए गए नए घाट को ठेके पर देने की प्रक्रिया की जाएगी। घाट बढ़े तो अवैध कारोबार बढ़ने की भी आशंका तीन साल बाद जिले में रेत घाटों काे फिर से ठेके पर दिए जाने की प्रक्रिया विभाग में शुरू हो चुकी है। अब तक जिले में सिर्फ सात रेत घाट संचालित हो रहे थे।इसके बावजूद जिले में रेत का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। अब जब रेत के घाट बढ़ेंगे, तो अवैध रेत का कारोबार भी और बढ़ सकता है, जिसे रोकना विभाग के लिए चुनौती से कम नहीं होगा। रेत की कीमत गिरने की संभावना पिछले तीन साल से जिले में सिर्फ सात रेत घाट ही संचालित हो रहे हैं। घाट कम होने से रेत की आपूर्ति भी कम हो पा रही थी, जिसके कारण आम लोगों को महंगे दाम पर रेत मिल रही थी। रेत घाट के बढ़ने से रेत की आपूर्ति भी बढ़ जाएगी। इससे रेत की कीमत गिर भी सकती है। अगर कीमत गिरी नहीं, तो कम से कम रेत की कीमत पर लगाम लगने की संभावना रहेगी।पुराने घाट चिन्हांकित नए घाटगौरभाठ-आरंग मोहमेला-आरंग-एकागदेही-आरंग मोहमेला-आरंग-बीकुंहारी-आरंग चिखली-आरंग-एकोलियारी-अभनपुर चिखली-आरंग-बीपारागांव-आरंग चिखली-आरंग-सीहरदीडीह-आरंग राटाकाट-आरंगकुरुद-आरंग-ए लखना-अभनपुरकुरुद-आरंग-बीकुरुद-आरंग-सीनए रेत घाटों को चिन्हांकित करने का सर्वे जारी पुराने रेत घाटों को ठेके पर देने के लिए दिसंबर माहांत तक ऑफलाइन टेंडर निकाल दिया जाएगा। इसके बाद नए घाट जिसके लिए गूगल मैप के जरिए जगह चिन्हांकित की जा रही है, उनके लिए फिर से टेंडर निकाला जाएगा। नए घाटों का टेंडर निकालने तक अगर विभाग की वेबसाइट तैयार हो गई, तो ऑनलाइन टेंडर निकाला जाएगा।

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