
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारतीय संस्कृति में अतिथियों को देव तुल्य माना गया है। इसी परम्परा का निर्वहन करते हुए अतिथियों का स्वागत-सत्कार किया जाए। उनके स्वागत-सत्कार में किसी भी तरह की कमी नहीं रखी जाए। किसी भी अतिथि को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। प्रवासी भारतीय सम्मेलन एवं इन्वेस्टर समिट अविस्मरणीय और यादगार बने। अतिथि ऐसी यादें लेकर जाएं जो हमेशा उनके दिलों और दिमाग में रहे। जिस तरह इंदौर स्वच्छता में नंबर वन है, उसी तरह इस आयोजन में भी इंदौर नंबर वन बने।मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में 17 वें प्रवासी भारतीय दिवस सभागम एवं इन्वेस्टर्स समिट को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन विशेष रूप से मौजूद थे। चौहान ने कहा कि आयोजन की स्मृतियों को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए इंदौर में ग्लोबल गार्डन विकसित किया जाए। इस गार्डन में आने वाले सभी अतिथियों से वृक्षारोपण कराया जाए। ऐसे पौधों का रोपण हो जो वर्षों तक जीवित रहें। चौहान ने आयोजन से जुड़ी विभिन्न व्यवस्थाओं और आयोजन के दौरान होने वाली गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने अतिथियों के आवास, परिवहन, भोजन आदि के बारे में जानकारी ली।अतिथियों के ठहरने के स्थान का पूर्व निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं पर्याप्त हो-मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि माइक्रो प्लानिंग तैयार कर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जाए। अतिथियों के ठहरने के स्थान का पूर्व निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं पर्याप्त हो। एयरपोर्ट पर महत्वपूर्ण अतिथियों, अति महत्वपूर्ण अतिथियों तथा अन्य अतिथियों का परम्परागत रूप से स्वागत-सत्कार किया जाए। एयरपोर्ट पर आने वाले प्रत्येक अतिथि के साथ एक सहयोगी की व्यवस्था हो। एयरपोर्ट पर आते ही उन्हें सभी जरूरी सुविधाएं मिल जाए। उन्हें वाहन तथा अन्य सुविधाओं के लिये प्रतीक्षा नहीं करना पड़े। अतिथियों की सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए।यह सुनिश्चित किया जाए कि आयोजन के दौरान शहर में किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हो। पूरी सावधानी एवं सतर्कता बरती जाए। यह आयोजन इंदौर और मध्य प्रदेश के सम्मान का आयोजन है। आयोजन के दौरान हिन्दी का पर्याप्त उपयोग हो। आने वाले अतिथियों को इंदौर की स्वच्छता की जानकारी देने की व्यवस्था भी की जाए। मुख्यमंत्री ने आयोजन की दिन-प्रतिदिन समीक्षा करने के भी निर्देश दिए।इस आयोजन में पूरे शहर और समाज की सहभागिता-केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन ने बैठक के पूर्व आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने बैठक में आयोजन के लिये की जा रही तैयारियों और व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यहां उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। आयोजन निश्चित रूप से सफल होगा। लग रहा है कि इस आयोजन में पूरे शहर और समाज की सहभागिता है। उन्होंने कहा कि आयोजन के दौरान भोजन व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। भोजन की ऐसी माकूल व्यवस्था रहे, जिससे कि अतिथियों को असुविधा नहीं हो। भोजन के लिए उनको पर्याप्त जगह मिले, जिससे कि वह आराम से भोजन कर सके। उन्होंने की जा रही तैयारियों का जायजा भी लिया।इसमें आने वाले अतिथि एक निश्चित राशि जमा कर अपने नाम से पौधरोपण कर सकेंगे। उनकी ओर से किए गए पौधरोपण के फोटोग्राफ्स भी उन्हें स्मृति स्वरूप दिए जाएंगे। इसके रजिस्ट्रेशन के लिए वर्चुअल व्यवस्था की गई है। इस संबंध में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी जानकारी दी। शहर में अतिथि देवो भव: परम्परा के अनुरूप होम स्टे पधारो म्हारा देश की व्यवस्था की गई है। इसमें शहर के नागरिक मेजबान बनकर अपने घरों में अतिथियों को ठहराएंगे। अभी तक 40 अतिथियों ने इस व्यवस्था के तहत अपना पंजीयन कराया है। इस बारे में इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने विस्तार से बताया।इंदौर के प्रसिद्ध 56 दुकान तथा सराफा फूड स्ट्रीट का भ्रमण होगा-एयरपोर्ट पर अतिथियों का परम्परागत रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पुष्पहार और वेलकम ड्रिंक के साथ स्वागत-सत्कार किया जाएगा। होटल में घटना, दुर्घटना तथा आकस्मिक चिकित्सा परिस्थिति निर्मित होने पर कुछ ही मिनटों में स्वास्थ्य सुविधा अतिथियों को मिल जाएगी। इसके लिए होटलों में हेल्पडेस्क बनाए जा रहे हैं। होटलों को समीप के हॉस्पिटलों से लिंक किया गया है। अतिथियों को इंदौर के प्रसिद्ध 56 दुकान तथा सराफा फूड स्ट्रीट का भ्रमण भी कराया जाएगा।प्रसिद्ध पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराने की व्यवस्था रहेगी-अप्रवासी भारतीयों को इंदौर तथा आसपास के प्रसिद्ध पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराने की व्यवस्था भी की गई है। कल्चरल एवं हेरिटेज वॉक की व्यवस्था भी रहेगी। आयोजन के दौरान पतंग महोत्सव का आयोजन भी किया गया है। अतिथियों के रूम में इंदौर के प्रसिद्ध नमकीन के गिफ्ट हेम्पर्स भी रखे जाएंगे। बैठक में बताया गया कि आयोजन के दौरान डिजिटल एवं अन्य प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। मध्यप्रदेश के उत्पादों और निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए बायर्स-सेलर्स मीट का आयोजन भी होगा।