
भारत जोड़ो यात्रा का असर बताया भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान दो दिन पहले मेवात (Mewat) जिले के नूंह में कुछ सैनिकों ने ‘वन रैंक वन पेंशन’ (One Rank One Pension) के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भेंट की। मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) ने शुक्रवार को वन रैंक वन पेंशन पर प्रस्तावित प्रावधानों में संशोधन की मंजूरी दे दी। इसे नए साल के लिए सैनिक परिवारों के लिए बड़ा उपहार (Gift for New Year 2023) माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस (Congress) ने मोदी कैबिनेट के इस फैसले की सराहना तो की है, लेकिन साथ ही इस फैसले के पीछे का कारण भारत जोड़ो यात्रा को बताया है। कांग्रेस का कहना है कि यह OROP का फैसला भारत जोड़ो यात्रा का प्रभाव है, जो इस निर्णय लेने में बड़ी जीत हासिल की है।कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वन रैंक, वन पेंशन के पीछे राहुल गांधी से दो दिन पहले इस ओआरओपी मुद्दे पर चर्चा की गई थी। वन रैंक वन पेंशन पर कुछ खास बातों की जानकारी देते हुए कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि योजना को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है, सरकार ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की घोषणा की थी। जयराम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शुक्रवार रात हुए केंद्रीय कैबिनेट बैठक में पूर्व सैन्कर्मियों की बकाया देने का फैसला लिया गया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने कुछ महीने पहले वन रैंक वन पेंशन के विषय पर मार्च 2023 तक का समय उच्चतम न्यायालय से मांगा था।कांग्रेस महासचिव रमेश ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दो दिन पहले यात्रा नूंह पहुंची तो उस समय राहुल गांधी से कई पूर्व सैनिकों ने भेंट कर ओआरओपी योजना पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। भारत जोड़ो यात्रा का असर है कि ओआरओपी फैसला कैबिनेट ने दो दिन बाद ले लिया। बतौर जयराम ने कहा, ‘मुझे खुशी है, लेकिन यह ओआरओपी योजना पूरी तरह से लागू नहीं है, जिसकी घोषणा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने की थी।’