दिल्ली: UNSC की बैठक में बोले विदेश मंत्री जयशंकर, आतंकवाद मानवता पर सबसे बड़ा खतरा

विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले दो दशकों में यूएनएससी ने आतंक के खतरे से निपटने के लिए मुख्य रूप से आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध व्यवस्था के इर्द-गिर्द निर्मित एक इंपोर्टेंट ऑर्किटेक्चर बिल्ड किया है. इसके बावजूद आतंकवाद का प्रभाव खासकर एशिया और अफ्रीका में बढ़ ही रहा है. दिल्ली में आतंकवाद निरोधी समिति (CTC) की विशेष बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा किआतंकवाद मानवता पर सबसे बड़े खतरों में से एक है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद के हमारे कार्यकाल में आंतक से लड़ाई हमारी प्राथमिकता है.विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले दो दशकों में यूएनएससी ने इस खतरे से निपटने के लिए मुख्य रूप से आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध व्यवस्था के इर्द-गिर्द निर्मित एक इंपोर्टेंट ऑर्किटेक्चर बिल्ड किया है. इसके बावजूद आतंकवाद का प्रभाव खासकर एशिया और अफ्रीका में बढ़ ही रहा है. जयशंकर सिंह ने कहा कि CTC की इस विशेष बैठक के लिए आज दिल्ली में आप सबकी उपस्थिति आतंकवाद के महत्वपूर्ण पहलूओं पर UNSCके सदस्य देशों का ध्यान केंद्रित करने को दर्शाती है. यह उन देशों को ध्यान खींचने में बहुत प्रभावी रहा है जिन्होंने आतंकवाद को राज्य द्वारा वित्त पोषित बिजनेस में बदल दिया है. उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में आतंकवादी समूहों ने विशेष रूप से खुले और उदार समाज में तकनीक तक पहुंच प्राप्त करके अपनी क्षमताओं को बढ़ाया है. समाज को डिस्टर्ब करने के उद्देश्य से प्रचार और कट्टरता फैलाने के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आतंकवादियों के लिए बड़ा हथियार बन गए हैं. गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को मुंबई में हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की मीटिंग में भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने मुंबई में हुए 26/11 हमले में पाकिस्तानी कनेक्शन का खुलासा किया था. देश-विदेश के प्रतिनिधियों के सामने भारत ने उस ऑडियो क्लिप को सुनाया जिसमें पाकिस्तानी आतंकी और 26/11 का साजिशकर्ता साजिद मीर फोन पर आतंकियों को निर्देश दे रहा था और कह रहा था कि जहां भी मूवमेंट दिखे, जहां भी लोग हों वहां फायर ठोको. साजिद मीर ये निर्देश फोन पर चाबड़ हाउस में मौजूद आतंकियों को दे रहा था. भारत ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की मौजूदगी में ये ऑडियो क्लिप अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सुनाया और पाकिस्तान की पोल खोली.

Leave a Reply

Your email address will not be published.