
चंडीगढ़ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि एक अक्टूबर से शुरू होने वाली खरीफ फसलों की खरीद के दौरान प्रदेश के किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। फसलों की सुगम खरीद सुनिश्चित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री वीरवार को देर रात तक खरीफ फसलों की खरीद को लेकर आला अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे पी दलाल भी उपस्थित थे।
विपणन सत्र 2022-23 के दौरान धान, बाजरा, मक्का, मूंग, सूरजमुखी, मूंगफली, तिल, अरहर और उड़द आदि फसलों की खरीद की जाएगी। इसके लिए मंडियों की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है।
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि एमएसपी पर खरीद हेतू राज्य के धान वाले मुख्य जिलों में औसत पैदावार 30 क्विंटल प्रति एकड़ व अन्य धान वाले जिलों में 28 क्विंटल प्रति एकड़ मानी जाएगी |
आढ़तियां एसोसिएशन की मांग को मध्य नजर रखते हुए मीटिंग में यह भी फैसला लिया गया कि जो धान न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी पर नहीं खरीदा जाता, जैसे बासमती वह डुप्लीकेट बासमती, उस पर 4 परसेंट मार्केट फीस की जगह अब सीधा ₹100 प्रति क्विंटल लगेगा जिसमें से ₹50 मंडी बोर्ड को जाएगा और ₹50 हरियाणा ग्रामीण विकास फंड में उपकर के रूप में जमा होगा।
मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडियों में खरीद से जुड़े सभी प्रबंध सुनिश्चित किये जाए] ताकि फसल बेचने आने वाले किसानों को कोई असुविधा का सामना न करना पड़े। फसलों की समयबद्ध तरीके से खरीद, उसकी स्टोरेज तथा मंडियों में बारदाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडियों में पहले की भांति हेल्प डेस्क भी स्थापित होगा ताकि किसी भी किसान को कोई दिक्कत न आए। इस हेल्प डेस्क पर मार्केटिंग बोर्ड, कृषि व संबंधित विभाग के अधिकारी तैनात होंगे। हेल्प डेस्क पर किसानों की शिकायतों का भी निवारण किया जाएगा।