
रायपुर। कोरोना काल के बाद राज्य का पर्यटन उद्योग एक बार फिर से गुलजार होने लगा है। पिछले दो सालों के कोरोना संक्रमण के दौर से गुजरने के बाद इस बार क्रिसमस तथा नए साल में भारी संख्या में लोग राज्य के पर्यटन स्थलों की सैर करने के लिए पहुंचे। पर्यटन विभाग के अफसरों के मुताबिक 25 दिसंबर से दो जनवरी के बीच एक लाख से ज्यादा सैलानी राज्य के अलग-अलग पर्यटन स्थलों की सैर करने के लिए पहुंचे। इससे इन आठ दिनों में पर्यटन विभाग को पर्यटकों से 24 लाख रुपए से ज्यादा की आमदनी हुई है।पर्यटन विभाग के प्रवक्ता अनुराधा दुबे के मुताबिक राज्य के ज्यादातर रिसार्ट 25 दिसंबर से दो जनवरी तक पहले से बुक हो गए थे। हर वर्ष की तरह इस वर्ष चित्रकोट पर्यटकों की पहली पसंद रहा। राज्य के पर्यटन स्थल विदेशी के बजाय देशी पर्यटकों को ज्यादा लुभाया। पिछले 11 महीने में देश में विदेशी पर्यटकों की संख्या महज 152 रही, जबकि जनवरी 2022 से नवंबर के बीच दो करोड़ 16 लाख पर्यटक छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों की सैर करने के लिए पहुंचे।पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में पर्यटकों की सर्वाधिक संख्या वर्ष 2020 में रही है। उस समय कोरोना संक्रमण शुरुआती दौर में था। इस वर्ष छत्तीसगढ़ की सैर करने आने वाले पर्यटकों की संख्या तीन करोड़ के आंकड़े 3 करोड़ 13 लाख 513 थी, जबकि वर्ष 2018 तथा 2019 में छत्तीसगढ़ की सैर करने आने वाले सैलानियों की संख्या 1 करोड़ 93 लाख 29 हजार 501 तथा 1 करोड़ 73 लाख 11 हजार 323 रही। सबसे कम पर्यटक वर्ष 2021 में पहुंचे। इस वर्ष यहां 1 करोड़ 15 लाख 32 हजार 606 पर्यटक आए। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना के करीब पर्यटक दो करोड़ 16 लाख 3 हजार 898 पर्यटक सैर करने के लिए पहुंचे।विदेशी पर्यटको को आकर्षित करने पर्यटन विभाग ने अब तक कई जतन किए हैं, बावजूद इसके यहां के पर्यटक स्थल विदेशी सैलानियों को आकर्षित नहीं कर पा रहे। कोरोना संक्रमण के बाद से राज्य में विदेशी पर्यटकों का टोटा है। वर्ष 2021 में यहां महज 23 विदेशी पर्यटक आए, जबकि इस वर्ष 152 पर्यटक यहां पहुंचे। राज्य में वर्ष 2018 में रिकार्ड 14 हजार 399 विदेशी पर्यटक यहां पहुंचे थे, जबकि वर्ष 2019 में विदेशी पर्यटकों की संख्या सात हजार के करीब थी।इस वजह से नहीं आ रहे विदेशी सैलानी पर्यटन मामलों के जानकारों के मुताबिक विदेशी पर्यटकों काे आकर्षित करने राज्य में पर्याप्त पर्यटन स्थल हैं। विदेशी पर्यटक छत्तीसगढ़ आना तो चाहते हैं, लेकिन विदेश से सीधी फ्लाइट सेवा तथा पर्याप्त एयर कनेक्टिविटी नहीं होने की वजह से विदेशी पर्यटक यहां आने के बजाय किसी दूसरी जगह चले जाते हैं।लोगों ने जंगल में मनाया मंगलइस वर्ष राज्य के पर्यटक स्थलों के साथ बड़ी संख्या में लोग वनों की सैर करने के लिए पहुंचे। इस वर्ष धुर नक्सल प्रभावित कांगेर वैली के साथ इंद्रावती टाइगर रिजर्व की लोग सैर करने के लिए पहुंचे। इसके साथ ही मैदानी क्षेत्र के जंगल में इस वर्ष पैर रखने की जगह नहीं थी। अचानकमार टाइगर रिजर्व के साथ बारनवापारा अभयारण्य में तीन दिनों के भीतर पांच से सात हजार सैलानी सैर करने के लिए पहुंचे।