
रायपुर। नए साल में बिजली का हल्का झटका लगेगा। बिल में वीसीए चार्ज बढ़कर आएगा। इसमें 49 पैसे की वृद्धि हो रही है। पूर्व में यह दर 61 पैसे प्रति यूनिट थी, जो अब बढ़कर 1.10 रुपए प्रति यूनिट हो गई है। जाहिर है, बिल ज्यादा आएगा। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा अधिसूचित बहुवर्षीय टैरिफ सिद्धांतों के अनुरूप 2022-23 के अगस्त और सितम्बर के दौरान वेरियेबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट का निर्धारण किया गया है। अगस्त एवं सितम्बर के दौरान छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी द्वारा क्रय की गई बिजली की लागत में विद्युत नियामक आयोग द्वारा अनुमोदित दर की तुलना में 549 करोड़ रुपए की सकल वृद्धि हुई है।वृद्धि के कारण दिसम्बर एवं जनवरी 2023 में लागू वेरियेबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट (वीसीए चार्ज) में अब समस्त श्रेणी के उपभोक्ताओं से वीसीए प्रभार माह जनवरी एवं फरवरी 2023 के विद्युत देयकों में अधिरोपित किया जाना है। वीसीए की गणना प्रत्येक दो माह में की जाती है। माह अगस्त एवं सितम्बर के दौरान वीसीए के कारण डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को खरीदी गई बिजली पर विद्यु नियामक आयोग व्दारा अनुमोदित दर की तुलना में रुपये 549 करोड़ का ज्याद भुगतान करना पड़ा है। इसमें प्रमुख हिस्सा एनटीपीसी का 459 करोड़ रुपये है, जबकि छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के बिल में नियामक आयोग द्वारा अनुमोदित दर की तुलना में लगभग 26.51 करोड़ रुपये की कमी आयी है।कोयले के मृल्य में वृद्धि का असर विद्युत उत्पादन के लिए कोयला एवं तेल मुख्य रूप से ईंधन के रूप में विद्युत गृहों में होते हैं। इन दोनों प्रमुख घटकों की कीमत बाजार मूल्य के अनुरूप घटती-बढ़ती रहती है। राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा विद्युत दरों के निर्धारण के बाद ईंधन कीमत में बढ़ी अथवा घटी हुई कीमत के समायोजन के लिए वीसीए की दर की गणना मई 2012 से लेकर सितम्बर 2015 तक त्रैमासिक आधार पर की जाती रही है। इसके बाद इस दर का निर्धारण द्वैमासिक आधार पर किया जा रहा है। वीसीए चार्ज में हाफ रेट पर लोगों को बिजली योजना का फायदा मिलता है। ईंधन की कीमत से बढ़ती है लागत प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को ईंधन की कीमत में वृद्धि होने के कारण आगामी दो माह तक 1.10 रुपए प्रति यूनिट वेरियबल कास्ट एडजस्टमेंट (वीसीए) चार्ज देय होगा।वितरण कंपनी के कुल खर्चे का लगभग 85 प्रतिशत खर्चा पॉवर परचेस में व्यय होता है, जो ईंधन के रूप में क्रय मूल्य में कमी अथवा बढ़ोतरी के कारण घटता-बढ़ता रहता है। वित्तीय वर्ष प्रारंभ होने से पूर्व ही राज्य नियामक आयोग द्वारा बिजली के दर का निर्धारण कर दिया जाता है और ईंधन की कीमत में बढ़ोत्तरी होने की स्थिति में विद्युत देने वाली कंपनी पर पड़ने वाली अतिरिक्त वित्तीय भार को निश्चित फ़ार्मूले के अनुरूप व्हीसीए चार्ज के तौर पर समायोजित किया जाता है।विभिन्न कंपनियों की वीसीए चार्ज एनटीपीसी 459 करोड़ रुपए, एनटीपीसी-सेल पॉवर कार्पोरेशन 5.74 करोड़, सीएसपीजीएल 18.79 करोड़ तथा अन्य संयंत्र बायोमास सौर, लघु जल, नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र आदि से 92 करोड़ रुपए वीसीए राशि है, जबकि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी के वीसीए में 26.51 करोड़ रुपए की कमी हुई है। इस तरह सकल वीसीए राशि में वृद्धि 549.01 करोड़ रुपए हो रही है।