
कालकाजी इलाके में एक ऑटो चालक की सूझबूझ से किडनैपर्स का प्लान फेल हो गया। कार में युवक को शोर मचाते देख ऑटो चालक ने सूझबूझ और हिम्मत का परिचय देते हुए उनकी कार को रुकवा लिया। खुद को फंसते देख कुछ आरोपी मौके से भाग निकले, जबकि लड़की और एक युवक को वहीं दबोच लिया गया।बाद में पता चला कि युवक को हनी ट्रेप में फंसाकर अगवा कर वसूली का प्लान था। पकड़े गये आरोपियों के नाम इकरार अली और अनुराधा उर्फ प्रीति गुप्ता है। इनके पास से पीड़ित से लूटा गया मोबाइल फोन, एक पिस्टल, चार कारतूस और एक कार जब्त की गई है अब पुलिस इस वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की धरपकड़ में जुटी है।पुलिस के अनुसार बताया 18 दिसंबर को शाम करीब 6.50 बजे कालकाजी थाने में एक लड़के के अपहरण की सूचना मिली। पुलिस टीम मौके पर पहुंची जहां, इकरार अली, जावेद और प्रीति गुप्ता कार में मिलें। इन्हें कार से बाहर निकाला गया। कार की तलाशी लेने पर एक देशी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस व एक लूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद हुआ। मामले में पीड़ित जावेद की शिकायत पर पुलिस ने किडनेपिंग, लूट, साजिश और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।कालकाजी सब डिवीजन के एसीपी प्रदीप कुमार की टीम ने जांच के दौरान लड़की प्रीति गुप्ता से पूछताछ की, जिसने बताया कि वह आरोपी लोगों के साथ इस साजिश का हिस्सा थी। उसने जावेद को हनी ट्रैप में फंसाने के लिए उसे इंस्टाग्राम पर फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजी थी। उन्हें जानकारी थी कि लड़का एक संपन्न परिवार से ताल्लुक रखता है। वे उसका अपहरण करने के बाद परिवार से मोटी रकम वसूलने की प्लानिंग में थे। इससे पहले भी जावेद के अपहरण के दो प्रयास अन्य स्थानों पर किए गए थे, लेकिन उसके आने से इनकार करने पर वे सफल नहीं हुए थे।एक महीने पहले इंस्टाग्राम पर की गई थी दोस्तीपुलिस को पीड़ित ने बताया प्रीति गुप्ता ने लगभग एक महीने पहले इंस्टाग्राम के माध्यम से उससे दोस्ती की थी। 18 दिसंबर को उसे कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन के पास मिलने के लिए बुलाया था। शाम करीब 5.20 बजे जब वह मौके पर पहुंचा तो कार की ड्राइविंग सीट पर प्रीति गुप्ता बैठी मिली। जैसे ही वह उसके बगल वाली सीट पर बैठा, तभी आरोपी इकरार अली ड्राइवर साइड पर आ गया। इसी दौरान पीछे की सीट पर दो और लोग आ गए और उसे आगे से पीछे की सीट पर खींच लिया। इसके बाद पिस्टल के बल पर उसका मोबाइल लूट लिया। इकरार अली कार ड्राइव करने लगा। इस बीच प्रीति पीछे की सीट पर आ गई थी।कार मथुरा रोड की ओर जाने लगी। इसी बीच पीड़ित ने शोर मचाना शुरु कर दिया। विक्रम नाम के एक ऑटो चालक की नजर कार में मुसीबत में फंसे इस युवक पर पड़ गई। यह देख ऑटो चालक ने सूझबूझ और हिम्मत का परिचय देते हुए भारत पेट्रोलियम पेट्रोल पंप के पास मथुरा रोड पर अपने ऑटो से उनकी कार को रोक दिया। इकरार अली कार में फंस गया, जबकि उसके साथी मौके से भाग निकले। वहीं जावेद ने प्रीति को भागने नहीं दिया। 27 साल का आरोपी इकरार अली साहिबाबाद का रहने वाला है। वह 7वीं तक पढ़ा है। उसका रेफ्रिजरेटर व एसी की मरम्मत का भी काम है। वहीं 19 वर्षीय आरोपी अनुराधा सुंदर नगरी, दिल्ली की रहने वाली है। 12वीं तक पढ़ाई कर चुकी अनुराधा एक निजी कंपनी में काम करती है।