हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से : कड़ाके की ठंड में कई मुद्दों पर हंगामे के आसार चंडीगढ़।

हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Winter Session) की शुरुआत सोमवार सुबह 11 बजे से होगी, कड़ाके की ठंड में भले ही यह सत्र तीन दिनों तक चलने की उम्मीद है, लेकिन गर्मागर्म रहेगा। हालांकि सत्र के ठीक पहले सुबह ही बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में बिजनेस और अवधि का अंतिम निर्धारण होगा, इसके अलावा भाजपा व कांग्रेस पार्टियों के नेता अपने अपने विधायकों की बैठक भी कर रणनीति को अंतिम रूप देंगे।विधानसभा के सत्र को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री औऱ सदन के नेता मनोहरलाल ने मंत्री मंडल के सदस्यों को रात्रि भोज पर बुलाया है। इस दौरान सोमवार से शुरु होने जा रहे सत्र की रणनीति भी तैयार करेंगे। हरियाणा निवास में सीएम की ओऱ से साढ़े सात बजे बैठक रखी गई है, खास बात यह है की अधिकारी सत्र को लेकर मंत्रियों के सामने तैयाारी का ब्योरा रखेंगे, साथ ही इस बैठक में मिलने वाले दिशा निर्देशों के अनुसार पहले दिन के लिए कुछ अन्य तैयारी करेंगे। सोमवार को पहले दिन सत्र का वक्त सुबह 11 बजे से रखा गया है, इसके ठीक पहले दस बजे विधान सभा परिसर में ही विधायक दल की बैठक रखी गई है। कांग्रेस अलग से अपने विधायकों की बैठक कर सत्र को लेकर रणनीति को अंतिम रूप देगी। इन बैठकों से पहले सही नौ बजे सुबह बिजनेस एडवाइजरी की बैठक रखी गई है, जिसमें सत्र कब तक चलाना है, इस पर भी फैसला होगा। हालांकि अभी तक तीन दिनों की अवधि रखने की संभवाना अधिक हैं।पहले शीतकालीन सत्र की तारीख 22 दिसंबर रखी गई थी। लेकिन बाद में अचानक ही तारीख को बदलकर 26 कर दिया गया था। नेता विपक्ष और पूुर्व सीएम की ओऱ से राहुल गांधी की भारत जोड़ाे यात्रा में सभी कांग्रेसी नेताओं के जाने के कार्यक्रम को लेकर सत्र में शामिल होने को लेकर हाथ खड़े किए गए थे। बाद में सीएम और स्पीकर विधानसभा ने विचार मंथन के बाद तारीखों में परिवर्तन कर दिया था। दोनो ही नेताओं का कहना था कि किसी भी अच्छे लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका बेहद ही अहम होती है। कुल मिलाकर दिसंबर की कड़ाके की ठंड में सियासी माहौल गर्मा-गर्म रहेगा यह बात भी तय है।विपक्ष हमला करने और सत्तापक्ष ने अभी तक आए सवालों का विस्तार से जवाब देने की तैयारी कर ली है। विपक्ष के नेता दर्जनों मुद्दे गिनवाकर अभी से हमलावर हैं। इस पर सदन के नेता, मंत्री और सत्तापक्ष विधायक भी विपक्ष को मुहंतोड़ जवाब देने की तैयारी में जुटे हैं। कईं मुद्दे तो सदन में उठने से पहले ही सरकार की ओऱ से समाप्त कर दिए गए हैं. मेडिकल छात्रों की हड़ताल भी समाप्त हो गई है, क्योंकि सरकार ने बांड पालिसी में बदलाव कर उन्हें मना लिया है। इसके अलावा इनेलो के विधायक अभय चौटाला भी सरकार पर हमलावर हैं उनका कहना है कि शीतकालीन सत्र में वह गरमा गरम मुद्दे सदन के अंदर उठाएंगे। ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के साथ-साथ में कांग्रेस और इनेलो की ओऱ से सवाल लगाए गए हैं।

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