
भारतीय विद्युत उपकरण निर्माण उद्योग के अग्रणी संघ – इंडियन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ईमा) ने आज सदस्यों के साथ एक बैठक आयोजित की, जिसमें इलेक्रामा के 15 वें एडिशन के बारे में बात हुई।
इलेक्रामा, ईमा द्वारा भारतीय इलेक्ट्रिकल और संबद्ध इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का सबसे बड़ा शोकेस है, जो 18 फरवरी से 22 फरवरी, 2023 तक इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा में होने वाला है। ईमा और इसके सदस्य भारत सरकार के साथ मिलकर विद्युतीकरण, डिजिटलीकरण और ग्रीन इंडिया की 100 साल की साझेदारी हासिल करने के लिए काम करेंगे। इलेक्रामा 2023 की थीम है “रीइमेजिन एनर्जी – फॉर सस्टेनेबल फ्यूचर” और यह स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन, फ्यूल सेल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स सहित कई क्षेत्रों में इनोवेशन और भविष्य की तकनीकों पर आधारित होगा। यह ऊर्जा संरक्षण, कार्बन नेट ज़ीरो और स्मार्ट खपत के माध्यम से टिकाऊपन पर भी फोकस करेगा।
ईमा उत्तरी क्षेत्र के अध्यक्ष विनम्र अग्रवाल ने कहा, ” ऊर्जा क्षेत्र में हो रहा मौजूदा बदलाव बिजली को ऊर्जा के एक प्रमुख रूप के रूप में प्रचारित कर रहा है। ईवीएस, चार्जिंग इंफ्रा, आरई, ग्रीन हाइड्रोजन, और एनर्जी स्टोरेज की बढ़ती जरूरतों पर आधारित है। परिवहन क्षेत्र का जीवाश्म ईंधन से स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र की ओर बढ़ना देश के ऊर्जा लक्ष्यों की कुंजी होगी। इलेक्रामा 2023 का आगामी 15वां एडिशन मुख्य रूप से ऐसे अवसरों पर ध्यान केंद्रित करेगा और भारत को सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक टैक्नोलॉजी और सॉल्युशंस का रास्ता दिखाएगा।
इस अवसर पर, इलेक्रामा के अध्यक्ष, जितेंद्र के अग्रवाल ने कहा, “इलेक्रामा का 15 वां संस्करण मुख्य रूप से विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार और भविष्य की प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने पर केंद्रित होगा। उद्योग के विकास और सफलता के लिए, कुछ क्षेत्रों में स्टार्ट-अप और नए व्यवसायों सहित भविष्य में असीमित व्यावसायिक अवसर मौजूद हैं, जहां बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश किया जा रहा है जैसे रेलवे, मेट्रो, हवाई अड्डे, रक्षा, स्मार्ट शहर, भवन और ईवी इकोसिस्टम; छोटे, मध्यम और सूक्ष्म व्यवसायों को भी ग्लोबल सप्लाई चेन में भाग लेने में सक्षम होना चाहिए; ट्रांसमिशन और वितरण को मजबूत करने के लिए, बिजली उत्पाद और उपकरण विश्वसनीय, उच्च गुणवत्ता वाले और सुरक्षित होने चाहिए; इससे आयोजन के पैमाने का अंदाजा लगता है। कहने की जरूरत नहीं है कि इस दृष्टि से प्रतिभा बढ़ाने के लिए सही कौशल की आवश्यकता होगी, जो कि एलेक्रामा की प्राथमिकता है। वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन के साथ, हम अपने उद्योग के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की कल्पना करते हैं, क्योंकि बिजली ही प्रमुख ऊर्जा होगी।”
ईमा के उपाध्यक्ष सुनील सिंघवी ने कहा, “हमने 2023 के लिए थीम पर फिर से काम किया है, जिसमें सबसे पहले गुणवत्ता, विश्वसनीयता, मानकीकरण, स्थिरता पर ध्यान केंद्रित किया गया है। फिर नए क्षेत्रों में वैश्विक फुटप्रिंट और अंत में टैक्नोलॉजी और इनोवेशन बढ़ाना मकसद है।”
ईमा की महानिदेशक चारु माथुर ने कहा कि इस बैठक की एक वजह उत्तरी क्षेत्र में अच्छा सदस्यता आधार है जिसमें एलवी, एमवी टीएंडडी उपकरण जैसे स्विचगियर ट्रांसफॉर्मर, पैनल, मीटर शामिल हैं। उनमें से कुछ दुनिया भर में अच्छे निर्यातक हैं। इलेक्रामा के माध्यम से हमारा लक्ष्य शेष विश्व के साथ अधिक गहराई से जुड़ने के लिए भारत की ताकत का प्रदर्शन करना है। हम उपकरण निर्माताओं, आपूर्तिकर्ताओं और सेवा प्रदाताओं को प्रमुख डिसीजन मेकर्स और उपयोगिताओं, ईपीसी, निजी बिजली उत्पादकों जैसे ग्राहकों से जोड़ने और अपनी एमएसएमई इकाइयों को ग्लोबल वैल्यू चेन्स में जोड़ने पर ध्यान देंगे।”